डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए आने वाले हैं कड़े नियम

IT rule 2021, rules and law

रणवीर अल्लाहबादिया के अश्लील कमेन्ट के बाद अब वही हुआ जिसकी आशंका थी, खबर है कि अब सरकार डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए कड़े नियम लाने वाली है।  इसके लिए सूचना प्रसारण मंत्रालय डिटेल्ड ड्राफ्ट बनाकर संसदीय कमिटी को सोपेगा।

खबर हिया कि सरकार ऐसे इन्फ्लुएंसर्स जिनके पास 50 लाख से अधिक फॉलोअर्स है उनके लिए नया कोड ऑफ़ कंडक्ट लाने की तैयारी कर रही है। इसका उद्देश्य सोशल मीडिया पर अश्लील और कंटेंट पर अंकुश लगाना होगा। इस विषय में मिनिस्ट्री ऑफ़ इन्फोर्मेशन एंड ब्रोडकास्टिंग लीगल फ्रेमवर्क लाये जाने की तैयारी कर रहा है।

माना जा रहा है कि अब डिजिटल कंटेंट को लेकर सख्त नियम बनाये जाएँगे। 13 फरवरी को सूचना प्रसारण मंत्रालय ने कम्यूनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पर बनी स्टैंडिंग कमिटी को बताया था कि उचित विचार-विमर्श के बाद मंत्रालय एक डिटेल्ड नोट पेश करेगा इसके लिए कमिटी की अगली बैठक 25 फरवरी को होगी।

न्यूज़ सोर्स के मुताबिक़ अब इन्फ्लुएंसर्स के लिए कंटेंट रेटिंग सिस्टम बनाया जा सकता है जिसमें उनके कंटेंट को एक सख्त प्रोसेस से गुजरना पड़ सकता है, उन्हें खुद के कंटेंट को पहले रेटिंग देनी होगी। साथ ही इसमें डिस्क्लेमर लगाना भी अनिवार्य होगा।

डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए ये नए कड़े कदम रणवीर अल्लाहबादिया की माता-पिता पर की गयी अश्लील टिप्पणी के बाद लाये जाने की तैयारी है। हालांकि जिस शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ में रणवीर ने शिरकत की थी वो उसके पहले और भी वाहियात काम कर चुका है राखी सावंत का एपिसोड कई नए कीर्तिमान निर्धारित कर चूका था। लेकिन असली धक्का तब लगा जब बहुत अच्छा कंटेंट लेने वाले एक बड़े नाम रणवीर अल्लाहबादिया ने एक गेस्ट को रोस्ट किया।

इस एपिसोड के वायरल होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अल्लाहबादिया की कड़ी फटकार लगाई थी और उसे गन्दी सोच कहा था।

अब इस पर सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वैष्णव ने संसदीय स्थायी समिति से डिजिटल मीडिया के लिए सख्त नियम बनाने की बात कही है साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को प्राथमिकता देने की भी बात की।

सूचना मंत्री ने लोकसभा में कहा था कि “डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील और अनुचित सामग्री पर रोक लगाने के लिए मौजूदा कानूनों को और कड़ा करने की जरूरत है।”

सूचना मंत्री ने यह भी कहा कि पारंपरिक मीडिया में संपादकीय जांच की एक प्रक्रिया होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ न होने के करना कई बार इस तरह के आपत्तिजनक कंटेंट सामने आते है।

अल्लाहबादिया की इस टिप्पणी के बाद अब सरकार की सख्ती से डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स में चिंता बढ़ रही है। इस मुद्दे ने ब्रोडकास्टिंग बिल 2024 को हवा दे दी है जिसे पिछले साल सरकार ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर प्रसारित होने वाले कॉन्टेंट को रेगुलेट करने के लिए पेश किया था।

इस बिल में सरकार ने सोशल मीडिया कंटेंट को प्रसारण से पहले रिव्यू करने के लिए एक कमिटी के पास जाना जरूरी किया था। इतना ही नहीं इस बिल में सरकार को भी बहुत राइट्स मिल रहे थे जैसे वो बिना पूर्व सूचना दिए किसी भी डिजिटल प्लेटफोर्म की जांच कर कर सकती है।

फिलहाल ये ड्राफ्ट ठन्डे बस्ते में था लेकिन बराए मेहरबानी रणवीर अल्लाहबादिया जिन्हें बेस्ट कंटेंट क्रिएटर का अवार्ड खुद PM मोदी ने दिया था अब सोशल मीडिया के कंटेंट के लिए सख्त नियम आने तय हो जाएँगे। 

सोशल मीडिया पर एक्टिव लोगों को अब ये डर सता रहा है कि अगर ऐसा हुआ तो डिजिटल मीडिया पर गोरमेंट का कंट्रोल और सेंसरशिप को बढ़ावा मिलेगा।