डीएवीपी के नई विज्ञापन नीति पर चर्चा के लिये लीपा की बैठक

यद्यपि सरकार ने लीपा को आश्वाशन पहले ही दे दिया है कि विज्ञापन नीति में जो खामियां है उसको सरकार ठीक करने का निर्देश जारी करगी लेकिन जब तक खामियां दूर नहीं हो जाती लीपा चैन से नहीं बैठने वाली है। इसी क्रम में लीपा ने नई विज्ञापन नीति पर चर्चा करने  के लिये 25 जून 2016 को एक बैठक बुलाई है। जिसका विवरण निम्नलिखित है..



पता: बीएच-106, सेक्टर 70, नोयडा. दिनांक: 25-06-2016, समय:  2 बजे से 6 बजे तक

(बैठक से सम्बंधित अन्य जानकारी लेने के लिये 08510000694 पर संपर्क करें)  

बैठक में शामिल होने के लिये यहाँ पंजीकरण करें… 

दिल्ली एनसीआर के माननीय प्रकाशकों व सदस्यों से निवेदन है कि इस बैठक में आवश्य शामिल हो ताकि एक ठोस रणनीति के साथ इस समस्या का समाधान निकला जा सके. और हमारे जो भी सदस्य माननीय प्रकाशक इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे  उनसे अनुरोध है कि आप अपनी राय हमे अपने लेटरहैड पर लिख कर lipamember@gmail.com पर 26 तारीख से पहले जमा करें ताकि इस पर नीति सम्मत तथा क्षेत्रीय समाचारपत्र के हित में समाधान कराया जा सके। 

राय निम्नलिखित फोर्मेट में दें… 

प्रति,
श्री सुभाष सिंह
राष्ट्रीय अध्यक्ष
लीड इंडिया पब्लिशर्स एसोसिएशन (लीपा), नई दिल्ली

विषय – नई विज्ञापन नीति पर असहमति पत्र 


मैं…………………………..प्रकाशक एवं सम्पादक………………………………….. नई विज्ञापन नीति से सहमति नहीं रखता हूं। इस नीति में लागू नियम क्षेत्रीय समाचारपत्रों के लिये घातक है। मैं अपने इस असहमति पत्र के माध्यम से अपनी असहमति दर्ज करता/करती हूं। तथा आपसे हमारे हित को मंत्रालय के समक्ष रखने की मांग करता/करती हूं।
धन्यवाद
नाम प्रकाशक/सम्पादक    …………………………….
प्रकाशन                    …………………………….
आरएनआई न0          ……………………………
राज्य                       ……………………………..
मोबाईल न.               …………………………….
आपका हस्ताक्षर  ………………………………….. 

अन्य संगठनो का भी अभिनन्दन  

क्षेत्रीय अख़बारों के लिये पैदा हुए इस संकट में चारो तरफ से विरोध के स्वर गूंजे है, अपने अपने लेवल पर कई संगठनो ने व व्यक्तिगत रूप से कई माननीय प्रकाशकों ने भी इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है. लीपा ऐसे सभी संगठनो का अभिनन्दन करती है और आवाहन करती है कि हम एक संगठित शक्ति के रूप में अपनी आवाज़ उठाते रहे तो हमारे हितों पर कभी आंच नहीं आएगी.