आधुनिक तकनीक से साथ-साथ मीडिया भी काफी बदल रहा है। आज का मीडिया बहुत फास्ट है, आसान है और ज्यादा से ज्यादा लोगो से जुड़ा है। स्मार्टफोन्स और यूट्यूब चैनल्स ने मीडिया को नया लुक, नया रास्ता दिया है, नये लोगो को मीडिया से जुड़ने का सुनहरी मौका दिया है। जिन लोगो की पहुंच से टीवी और प्रिंट मीडिया दूर था और वो अपनी खबरें देने के लिये तरसते थे आज वो वेबपोर्टल और यूट्यूब के माध्यम से ऐसी-ऐसी खबरों को लोगो तक पहुंचा रहे हैं जो बहुत जरूरी है जिन्हें मेन स्ट्रीम मीडिया राजनीतिक और आर्थिक मजबूरियों के चलते नहीं दिखाना चाहता।
आज ऐसे लोग जिनमें जर्नलिस्टिक पैशन कूट-कूट कर भरा है वो यूट्यूब चैनल के माध्यम से वीडियो न्यूज़ दे रहे हैं और अभी भी बहुत से ऐसे लोग है जो सही जानकारी और टेक्निकल सपोर्ट के अभाव में अपना काम शुरू नहीं कर पा रहे है। ऐसे में लीपा का मिशन वेबसाइट उनके लिये सहायक सिद्ध हो रहा है। लीड इंडिया पब्लिशर्स ऐसोसिएशन (लीपा) देश की अकेली ऐसी ऐसोसिएशन है जो रीजनल मीडिया पब्लिशर्स की हेल्प के लिय कार्य कर रही है। लीड इंडिया पब्लिशर्स एसोसिएशन (लीपा) की शुरूआत भारत के कप्रिय पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के मार्गदर्शन में 2010 में हुई थी।
अब तक इसमें देश भर से 10 हजार रीजनल अखबार प्रकाशक सदस्य के रूप में जुड़ चुके हैं। साथ ही अब वेबपोर्टल से जुड़े लोग भी लीपा की सदस्यता ले रहे हैं। अधिक जानकरी के लिये www.lipa.co.in पर विजिट करें।
कैसे करें अपने पोर्टल की शुरूआत
यदि आप भी अपने वेब पोर्टल की शुरूआत करना चाहते हैं तो आप लीपा द्वारा प्रदान की जा रही मिशन वेबसाइट सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। मिशन वेबसाइट के अंतर्गत लीपा हाइटेक वेब पोर्टल प्रोवाइड करती है। ये डिजाइन दो कैटेगरी में हैं। पहला, नोर्मल वेबपोर्टल, जिसमें आप अनलिमिटेड न्यूज़ फोटो गैलरी ईपेपर (यदि हो तो), के साथ एक वीडियो भी रन कर सकते हैं। अगला वीडियो लगाने के लिये आप पहला वीडियो हटा सकते हैं। इन साइट्स को मोबाइल पर भी खोला जा सकता है।
दूसरी कैटेगरी में प्रीमियम वेब पोर्टल्स शामिल हैं, इन पर भी अनलिमिटेड न्यूज़ फोटो गैलरी ईपेपर (यदि हो तो) के साथ अनलिमिटेड वीडियो गैलरी भी मैंटेन की जा सकती है। इतना ही नहीं प्रीमियम साइट पर मोबाइल एप्लीकेशन भी चलाई जा सकती है।
साथ ही प्रीमियम वेबसाइट उच्च तकनीक से लैस हैं जो सरकारी विज्ञापन के मानदंडो को भी पूरा करती है।
आपको बता दें कि सरकार अब अपने प्रचार-प्रसार के लिये वेबसाइट्स का भी प्रयोग करती है, उन्हें विज्ञापन देकर अपनी नीतियों को जनता तक पहुँचाती है।
डिजाइन देखने के लिये नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें http://leadindiatech.com/Lipa-Web-Mission/index.html
रिन्यूअल प्रक्रिया
वेबपोर्टल रन करने के लिये एक साल तक इसमें कोई अतिरिक्त खर्च नहीं होता। अगले साल वेबपोर्टल्स का रिन्यूअल होता है। नॉर्मल वेबपोर्टल का रिन्यूअल वार्षिक 3000 तथा प्रीमियम वेबपोर्टल का वार्षिक रिन्यूल 3500 होता है।
रजिस्ट्रेशन प्रोसेस
एक और विषेश बात, भारत में अखबार आरएनआई तथा केबल टीवी और सेटेलाइट चैनल सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा रजिस्टर्ड किये जाते है लेकिन वेब पोर्टल्स का रजिस्ट्रेशन कहीं से नहीं कराया जाता। ऐसे में जब वेबपोर्टल के रिपोर्टर खबर कवर करने के लिये फील्ड में जाते हैं और उनसे उनका प्रेस रजिस्ट्रेशन पूछा जाता है तो उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लेकिन जिस तेजी से न्यूज़ वेबपोर्टल चल रहे हैं उसे देखते हुए लगता है कि निकट भविष्य में वेबपोर्टल के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी होने लगेगी।
लेकिन जब तक वेब पोर्टल के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया नहीं हैं तब तक लीड इंडिया आपको इस आईडेंटिटि क्राइसेस से निकालने में मदद करेगा। यदि आप भी ऐसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप लीड इंडिया के फेंचाइजी बन सकते हैं। लीड इंडिया आरएनआई द्वारा रजिस्टर्ड अखबार है जिसे देश भर में अपने फ्रेंचाइजी रखने का अधिकार है। यदि आप भी लीड इंडिया फ्रेंचाइजी से जुड़ना चाहते हैं तो लीपा हेल्प लाइन नम्बर 9899744568 पर संपर्क करें।
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