नई दिल्ली॥ वर्ष 2018-19 के वार्षिक विवरण यानि एनुअल स्टेटमेंट फाइल करने के लिये आरएनआई ने ऑन लाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू हुई थी। लेकिन अभी केवल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। आरएनआई ने ई-फाइलिंग के लिये मेन फॉर्म अभी अपलोड नहीं किया है,जिसके कारण प्रकाशकों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
इस वर्ष आरएनआई ने फालिंग की प्रक्रिया में बदलाव भी किया है। पिछले साल ऑन लाइन फॉर्म भरने के लिये आईपिन जेनरेट करना होता था परंतु इस बार बिना आईपिन के ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है। इस बार ई-फाइलिंग के लिये आरएनआई रजिस्ट्रेशन नम्बर के साथ टाइटल कोड भी भरना पड़ रहा है। आरएनआई ने यह कहीं नहीं बताया है कि प्रकाशक अपना टाइटल कोड कैसे ले सकते हैं।
इसके अलावा आरएनआई का कोई हेल्पलाइन नम्बर ना होने से प्रकाशक परेशान हैं। टाइटल कोड कैसे लें टाइटल कोड लेने के लिये आरएनआई की मुख्य वेबसाइट www.rni.nic.in पर विजिट करना होगा। इसके बाद टाइटल वेरीफिकेशन के कॉलम में जाकर Registered Title में क्लिक करें तथा वहां प्रकाशक अपना नाम या अपना आरएनआई रजिस्ट्रेशन नम्बर डालें और सर्च पर क्लिक करें। इसके बाद नीचे आपको अपनी सभी जानकारी के साथ टाइटल कोड मिल जाएगा। प्रकाशकों की समस्याओं को सम्बोधित करने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिये लीड इंडिया पब्लिशर्स एसोसिएशन (लीपा) 30 अप्रैल 2019 को आरएनआई में मुलाकात करेगी।
साथ ही लीपा आरएनआई को कोई हेल्प लाइन नम्बर जारी करने का प्रस्ताव देगी। वर्तमान में आरएनआई में 1, 18,239 समाचार पत्र पत्रिकाएं रजिस्टर्ड हैं। इनमें से मात्र पिछले साल 31717 समाचार पत्र पत्रिकाएँ अपना वार्षिक विवरण भर सके थे। अनेकों प्रकाशक तकनीकी समस्याओं के चलते अपना वार्षिक विवरण नहीं भर सके और कई शाकसीय लाभों से वंचित रह गए। आशा है अपने नए कलेवर के साथ आरएनआई अधिक टेक्नीकल फ्रेंडली होगी और ज्यादा से ज्यादा प्रकाशक अपना वार्षिक विवरण भर सकेंगे। अधिक जानकारी के लिये आप लीपा के हेल्प लाइन नम्बर 9899744568 पर संपर्क कर सकते हैं या lipamember@gmail.com पर मेल कर सकते हैं।