सभी समाचार पत्र प्रकाशकों के लिये जरूरी सूचना है। आरएनआई में वार्षिक विवरण ऑनलाइन भरा जा रहा है। इसकी अन्तिम तिथि 31 मई से बढ़ा कर 30 जून कर दी गई है। सभी प्रकाशकों को लीड इण्डिया पब्लिशर्स एसोसिएशन (लीपा) सुझाव देती है कि सभी प्रकाशक अपना वार्षिक विवरण शीघ्र जमा करें। RNI में विश्वस्त सूत्रों से हुई बात के आधार पर यह बताना आवश्यक है कि वार्षिक विवरण जुर्माने के साथ भरने वाले और वार्षिक विवरण ना भरने वाले समाचार पत्रों के साथ अब आरएनआई सख्ती से पेश आयेगी। जो प्रकाशक अब तक अपना वार्षिक विवरण किसी तकनीकी कारण या अन्य कारण से नहीं भर सकें है वो इस प्रक्रिया को जल्द पूरे करें, इस कार्य में आरएनआई और लीपा की टेक्नीकल टीम सहायता कर रही है। साथ ही, जिन समाचार पत्रों के वार्षिक विवरण भरने में कुछ गलतियाँ हुई है वो सभी प्रकाशक आरएनआई की सहायता से अपने वार्षिक विवरण का रिव्यू और एडिटिंग कर सकते हैं। परन्तु यह कार्य 15 जून से पहले कर लेना सुविधापूर्ण होगा। अन्तिम तारीख के पास फाइलिंग या संशोधन करने में तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि भारत में 1 लाख 20 हजार 239 समाचार पत्र रजिस्टर्ड हैं जिन्हें हर साल RNI में अपना वार्षिक विवरण भरना होता है। लीड इण्डिया पब्लिर्स एसोसिएशन (लीपा) समय-समय पर अपने सदस्यों और प्रकाशकों को इस विषय में सूचित करती रही है। वार्षिक विवरण यानि एनुअल स्टेटमेन्ट भरना सभी समाचार पत्रों का दायित्व है। वर्ष 2014 से यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन कर दी गई है। RNI में हार्ड कॉपी स्वीकार नहीं की जाती। इस साल भरे गये वार्षिक विवरण के आधार पर सरकार समाचार पत्रों के लिये कड़े नियम लागू कर सकती है। आरएनआई के विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सूचना प्रसारण मंत्रालय ने आरएनआई से समाचार पत्रों के वार्षिक विवरण भरने का पिछले 10 सालों का ब्यौरा माँगा है। वार्षिक विवरण ना भरने या पैनल्टी के साथ वार्षिक विवरण भरने वाले समाचार पत्रों को डी ब्लॉक भी किया जा सकता है। गौरतलब है कि पिछले साल अपने समाचार पत्रों का वार्षिक भरने वाले समाचार पत्रों की संख्या मात्र 31 हजार थी जो पूरे देश में पंजीकृत समाचार पत्रों के प्रतिशत में काफी कम है। अतः लीड इण्डिया पब्लिशर्स एसोसिएशन (लीपा) सभी सदस्यों तथा अन्य प्रकाशकों से अनुरोध करती है कि अपना वार्षिक विवरण पूरी गम्भीरता के साथ जल्द जमा करें।
RNI Important Notice: RNI given Correction option in AR filing, do hurry
Filing of Annual Statement in RNI is going on. RNI has increased the last date of filing till 30th June 2019. RNI has given the option to correct the wrong fact that has been uploaded by mistake in AR 2019. Publishers Lead India Publishers Association (LIPA) suggests all the members and publishers to file their AR before last date to avoid the technical issues. bye the reliable sources of RNI it is important to inform that RNI will take strict action against those Publications who are not filing their Annual Statement on regular basis. Sourced said, RNI has been instructed to analyze the trend of filing of AR in last 10 years. RNI will filter those publications who are not filing AR online or they are filing AR with penalty. Such Title may be blocked. It’s noticeable that there are 1 lakh 20 thousand and 239 newspapers are registered in RNI, all publications are liable to file their Annual Statement compulsorily every year. But its very ironic that only 31 thousand newspaper filled their Annual Statement on 2017-18 which is very less in the percentage of registered newspapers all over the country. Lead India Publishers Association (LIPA) requests all the members and other publishers to submit their annual details with utmost seriousness.